दुनिया के 77 देशों में फैल चुके कोरोनावायरस ने अब भारत की चिंता बढ़ा दी है। दुकान, अस्पताल, स्कूल, होटल और एयरपोर्ट से लेकर संसद तक लोग वायरस से बचने के लिए मास्क पहनने और हाथों को सैनिटाइज करने जैसे से उपाय कर रहे हैं। संसद परिसर में गुरुवार को कांग्रेस नेता हाथ मिलाने से पहले सैनेटाइजर का इस्तेमाल करते दिखे। गुलाम नबी आजाद ने जयराम रमेश और विवेक तन्खा को सैनिटाइजर देकर हाथ साफ करने को कहा।
इस दौरान तीनों नेताओं के बीच कोरोनावायरस को लेकर चर्चा हुई। जयराम नरेश ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का जिक्र किया और बताया कि नेतन्याहू ने हाथ मिलाने की बजाय नमस्ते करने पर जोर दिया है। दरअसल, नेतन्याहू ने अपने देश के लोगों से अपील की है कि वे अभिवादन करने के लिए हाथ मिलाने की जगह नमस्ते करें। नमस्ते भारत में एक दूसरे को हाथ जोड़कर अभिवादन का परंपरागत तरीका है। उन्होंने कहा कि जैसे मैं हाथ मिलाने से बच रहा हूं, आप भी वैसा ही करें। आप नमस्ते करने के भारतीय तरीके को लागू करने की कोशिश कर सकते हैं या ‘शालोम’ की तरह कोई अन्य शब्द कह सकते हैं। या कोई अन्य तरीका खोजे, लेकिन किसी भी तरह हाथ न मिलाएं।
नवनीत लगातार दूसरे दिन मास्क लगाकर संसद पहुंचीं
महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद नवनीत कौर राणा लगातार दूसरे दिन मास्क लगाकर संसद पहुंचीं और सदन में अपनी बात रखी। इसके अलावा, राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता और लद्दाख से सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल भी मास्क पहने नजर आए। सुशील ने राज्यसभा सभापति को लिखित में संसद में थर्मल स्कैनर की सुविधा शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि संसद परिसर में कई लोग आते हैं। ऐसे में इस तरह के उपाय किए जाना चाहिए।