खनिज एवं पेट्रोलियम मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि पचपदरा में रिफाइनरी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सपना और विजन है। वर्ष 2022 तक उत्पादन शुरू हो जाएगा। वे सोमवार को पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव में आयोजित ‘राज्य की संभावनाएं’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी से इस क्षेत्र में उद्योगों का विकास होगा। युवाओं को रोजगार मिलेगा और इससे संबंधित युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
हस्तशिल्प मेले मे आयोजित संगोष्ठी में मंत्री भाया ने उद्योग व खनिज संबंधी जानकारी दी।
खनिज नीति को सरल बनाया जाएगा : भाया ने कहा कि नई खनिज नीति को सरल बनाया जाएगा। इस नीति में खनन से जुड़े सभी व्यक्तियों की भावनाओं का समावेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के घोषणा पत्र में उल्लेख खनन से जुड़े लोगों की व्यावहारिक समस्याओं को सुलझाने में अनुकूल पालना की जाएगी। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति के बाद राज्य में संभाग स्तरीय बैठकें रखकर खनिज क्षेत्र में आ रही समस्याओं पर विचार किया जाएगा।
पेट्रोकेमिकल की देश में 45% की आयात की मांग : माथुर
रीको के अनूप माथुर ने कहा कि रीको द्वारा रिफाइनरी कम पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स पचपदरा में बनेगा। पेट्रोकेमिकल की देश में 45 प्रतिशत की आयात की दृष्टि से मांग है। उन्होंने पेट्रोकेमिकल की वैल्यू चेन पर प्रकाश डाला तथा इसकी अलग-अलग स्टेज के बारे में तकनीकी एवं वैज्ञानिक पहलुओं की जानकारियां दी। उत्सव संयोजक सुनील परिहार ने अतिथियों का स्वागत किया। मरुधरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष ज्ञानीराम भालू ने अतिथियों का स्वागत किया। सचिव मुकेश खत्री ने आभार जताया। संचालन कमल मेहता ने किया।
पचपदरा में रिफाइनरी सीएम का विजन, 2022 तक उत्पादन होगा शुरू, उद्योग बढ़ने से मिलेगा रोजगार : भाया